शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021

बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर सम्मानित हुए डॉ. रविकांत डॉ. कर्मानंद आर्य

गया शहर में कुलपति आवास रोड- स्थित ज्ञान भारती वर्ल्ड स्कूल के परिसर में आज दिनांक 12/12/21 दिन रविवार को ‘पर्वत पुरुष बाबा दशरथ मांझी उत्थान सेवा संस्थान’ के तत्वावधान में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर महापरिनिर्वाण दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण मांझी ने की। 





समारोह को संबोधित करते हुए बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने कहा कि बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर ही समाज के अंतिम पायदान पर गुजर-बसर कर रहे लोगों का सर्वांगीण विकास संभव है. अनुसूचित जाति/ जनजाति के विकास के लिए राज्य सरकार अनेकानेक योजनाएं चला रही है । ऐसे कार्यक्रम योजनाओं का लाभ लेने में जागरूकता लाएं और कहीं भी दिक्कत हो तो लक्ष्मण मांझी जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं से संपर्क में रहें । आपके साथ हर वर्ग के लोगों के विकास के फार्मूला पर सरकार चल रही है ।



डॉ. रविकांत ने कहा कि बाबा साहब ऐसे व्यक्तित्व हैं जिनका लोहा पूरी दुनिया मान चुकी है. बाबा साहब के विचारों पर चलकर ही इस देश का भला हो सकता है. बाबा साहब ने देश निर्माण के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया. युवाओं को बाबा साहब से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.


डॉ. कर्मानंद आर्य ने बाबा साहब आंबेडकर ने कहा था कि जीवन लम्बा नहीं बल्कि महान होना चाहिए. हमें अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए महान संकल्प लेने की जरूरत है. यदि हमारे समाज में आर्थिक समानता नहीं लायी गई तो सामाजिक समानता का सपना अधूरा ही रह जायेगा. 



हम पार्टी के जिला वरीय उपाध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद यादव ने उपस्थित श्रोतागण से आग्रह किया कि जिस दिन लोग बाबा साहब के विचारों से परिचित होकर मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर, गुरुद्वारा कि ओर आने की बजाय  विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय जाना शुरू करेंगे उसी दिन से शिक्षित बनो संगठित हो और संघर्ष करो का बाबा साहब का सपना पूरा होगा.


 आयोजक लक्ष्मण मांझी ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि भारत के संविधान पढ़ते हुए हमें कर्तव्य और अधिकार का बोध रहना चाहिए. हमें मौजूद धर्म नहीं इंसानियत धर्म के लिए लोगों को तैयार करना पड़ेगा इस दुनिया के इन्सान एक जाति के के हैं और इन्सानियत ही उसका धर्म है| जिस दिन हम लोग बाबा साहब के मार्ग पर हम लोग चल पड़े उसी दिन सच्ची आजादी हमलोग को मिल जाएगी|  रंजीत कुमार मांझी, रवि कुमार, राजू, विलास, देवराज, छोटू कुशवाहा, नंदलाल, शंकर, रोमिल कुमार आदि ने अपने विचार को व्यक्त किया। 



कार्यक्रम में नहर मैंन - लॉन्गी भइया, दशरथ मांझी सुपुत्र- भगीरथ मांझी, रामेश्वर प्रसाद यादव –उपाध्यक्ष, सत्येंद्र राय, टूटू खान शंकर मांझी – वकील, नंदलाल मांझी, लालजीत मांझी, दीना मांझी, छोटू कुशवाहा, सत्येंद्र गौतम मांझी-सीनेट सदस्य, रोमित कुमार –प्रधानाध्यापक, सुरेंद्र मांझी -जिला परिषद, मोमताज आलम, फेंकू दास – सरपंच, भोला मांझी, तौसीफुर रहमान खान, सत्येन्द्र कुमार रामरतन कुमार, उषा कुमारी, कुमारी प्रज्ञा, डॉ. रविता कुमारी, केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कई प्राध्यापक, शोधार्थी, सामाजिक कार्यकर्त्ता आदि उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन जयकी राज, संतोष कुमार ने संयुक्त रूप में किया.


इस अवसर पर दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय के डॉ. रविकांत और डॉ. कर्मानंद आर्य को 'बाबा दशरथ मांझी शिक्षा सेवा पुरस्कार' संस्थान की ओर से प्रदान किया गया. कार्यक्रम के अंत में संस्थान के अध्यक्ष लक्ष्मण मांझी ने सबका धन्यवाद किया. 


रिपोर्ट : विनय यादव, रामरतन कुमार, गायत्री कुमारी, सतेन्द्र कुमार एवं कुमारी प्रज्ञा, फोटो सौजन्य : रविरंजन कुमार निलय  

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